Ye Mere Deewanapan Hai I Sophia Abella

Thursday, October 29, 2015

Sophia Abella in upcoming Bollywood film "Love Actually"

पीएम नरेंद्र मोदी को इस ट्रांसजेंडर का खुला संदेश…



नई दिल्ली, टीम डिजिटल :  यूएस में एलजीबीटी को मान्यता मिल गई। यूएस कोर्ट के इस आदेश के बाद वहां बसे इस संप्रदाय के लोग पूरे अधिकार के साथ अपने प्यार का इजहार कर सकते हैं। लेकिन भारत में आज भी इस संप्रदाय को लोग प्यार तो करते हैं लेकिन उसे जता नहीं सकते क्योंकि उन्हें यहां गलत समझा जाएगा। उनके प्यार को एक पाप की नजर से देखा जाता है। भारत में इस संप्रदाय को लोगों को न केवल प्यार करने की बल्कि सर उठाकर जीने का भी हक नहीं है। उन्हें हर अधिकार से वंचित रखा जाता है। विदेश में बसी भारतीय मूल की एक ट्रांसजेंडर सोफिया अबेला ने अपना दर्द बयां किया है





सोफिया ने भारत के पीएम मोदी से खूब सारी उम्मीदें लगाते हुए एक संदेश भेजा है। सोफिया ने गुजारिश की है कि भारत भी एलजीबीटी को खुले दिल से अपनाए। सोफिया ने कहा, आप एक ऐसे व्यक्ति हैं जो बड़ी सोच रखते हैं। आप इस देश को आगे बढ़ाने में जुटे हैं, ऐसे में समाज का एक बड़ा तबका पिछड़ा पड़ा है। उन्हें सही शिक्षा नहीं मिलती, कॉलेज में दाखिला, अस्पताल में भर्ती, समाज में समान अधिकार और किसी का प्यार और सम्मान।
उन्हें हर चीज में पीछे धखेला जाता है। उनके साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार किया जाता है। समलैंगिकों को सम्मान भरी जिंदगी प्रदान करने के लिए सोफिया ने मोदी जी से गुजारिश की है। उन्हें और उनके संप्रदाय को उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें भारत में भी वही सम्मान और प्यार मिलेगा। यहां की संस्कृति भी उन्हें दिल से अपना लेगी। जब तक सरकार अपनी ओर से पहल नहीं  करती है,  समाज भी उन्हें मान्यता नहीं देगा। ऐसे में इस पूरे संप्रदाय को मोदी सरकार से बहुत उम्मीदें है।
सोफिया जल्द ही बॉलीवुड में एंट्री लेने के बारे में सोच रहीं हैं। वैसे वे एक मॉडल हैं और कई विज्ञापनों में काम भी कर चुकी हैं। वे फिलिपिंस में रहती हैं। सोफिया सबकी आवाज बनकर ये संदेश मोदी तक पहुंचाना चाहती हैं।समलैंगिकता पर यूएस सरकार के इस फैसले के बाद पूरे विश्व में जश्न का माहौल था। व्हाइट हाउस भी इसी रंग से रंग गया।
गौरतलब है कि यूएस कोर्ट ने कुछ समय पहले एलजीबीटी को मान्यता देते हुए उनके अधिकारों को सम्मान दिया और उन्हें शादी करने की इजाजत दे दी। इसके बाद से ही भारत में भी इसकी मांग तेज हो गई।